लग्न में केतु व लग्न का स्वामी मंगल षष्ट भाव में होने से प्रयास करने पर थोड़ी सफलता मिलेगी। शत्रुवर्ग प्रभावहीन होंगे। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। उत्साह बना रहेगा। भाग्य का स्वामी भाग्य को सप्तम दृष्टि से देखने से काम में सफलता मिलेगी।
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